Jaipur: Prime Minister Narendra Modi and Union Minister Prakash Javadekar during a BJP rally in Jaipur on Dec 4, 2018. (Photo: IANS)

मुंबई: चुनावी आंकड़ों पर इंडियास्पेंड द्वारा किए गए विश्लेषण के मुताबिक, हाल ही में पांच राज्यों में हुए चुनाव में, बीजेपी ने उन इलाकों में 70 फीसदी से ज्यादा विधानसभा सीट खो दी है, जिन इलाकों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रचार अभियान में गए थे। ये पांच राज्य मध्य प्रदेश (एमपी), राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम हैं।

नरेंद्र मोदी की रैलियों के बाद परिणाम, दिसंबर 2018

प्रधानमंत्री मोदी ने 80 विधानसभा सीट के लिए 30 जगहों पर सभा की और प्रचार किया, वहां 23 सीट पर पर बीजेपी जीती और 57 पर हार गई।

मध्यप्रदेश और राजस्थान में, जहां प्रधान मंत्री ने अपनी 70 फीसदी से अधिक रैलियां (22 रैलियां) आयोजित की थी, वहां बीजेपी 54 सीटों में से 22 (41 फीसदी) जीतने में कामयाब रही है।

छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में, जहां मोदी ने आठ रैलियां की थी, वहां बीजेपी ने 26 निर्वाचन क्षेत्रों में से केवल एक में जीत दर्ज की है।

मध्यप्रदेश

राजस्थान

क्या मोदी की तुलना में योगी आदित्यनाथ बेहतर प्रचारक हैं?

हिंदी राज्यों (मध्यप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़) और तेलंगाना में,उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बीजेपी के लिए एक प्रमुख प्रचारक के रूप में उभरे हैं, जैसा कि लाइवमिंट ने 27 नवंबर, 2018 की रिपोर्ट में बताया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इन चार राज्यों में 58 रैलियों में मतदाताओं को संबोधित किया, वहां बीजेपी ने 27 सीटें जीतीं और 42 हार गईं। यह जानकारी हमारे विश्लेषण में सामने आई है।

मोदी के 28.75 फीसदी की तुलना में 39.13 फीसदी की जीत प्रतिशत के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री से मोदी से थोड़ा बेहतर प्रदर्शन किया है।

योगी आदित्यनाथ की रैलियों के बाद परिणाम, दिसंबर 2018

मध्यप्रदेश और राजस्थान में, आदित्यनाथ द्वारा संबोधित 27 सार्वजनिक रैलियों के बाद, बीजेपी ने 37 में से 21 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल की।

छत्तीसगढ़ में, , जहां आदित्यनाथ ने 23 सार्वजनिक सभाएं कीं, वहां बीजेपी ने 23 में से पांच सीटें जीतीं।

मध्यप्रदेश

राजस्थान

छत्तीसगढ़

(अल्फोन्सो मुबंई के सेंट पॉल इंस्टीट्यूट ऑफ कम्युनिकेशन एजुकेशन से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रैजुएट हैं और इंडियास्पेन्ड में इंटर्न है।)

यह लेख मूलत: अंग्रेजी में 18 दिसंबर, 2018 को indiaspend.com पर प्रकाशित हुआ है।

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