राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-2015-16 (एनएफएचएस -4) के आंकड़ों के अनुसार संपत्ति सूचकांक के उच्चतम स्तर में 15-49 वर्ष की उम्र के लगभग 13 फीसदी महिलाएं और 18 फीसदी पुरुष हाइपरटेंशन यानी उच्च रक्तचाप के मरीज हैं।

यह पहली बार है कि एनएफएचएस में रक्तचाप की माप को शामिल किया गया है।

संपत्ति सूचकांक की गणना विभिन्न उपभोक्ता वस्तुओं, जैसे कि टीवी, साइकिल या कार, और आवास विशेषताओं जैसे कि पीने के पानी के स्रोत, शौचालय की सुविधा और फर्श सामग्री के स्वामित्व के आधार पर की गई थी। परिवारों को पांच बराबर समूहों में वर्गीकृत किया जाता है जिन्हें क्विंटाइल कहा जाता है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) द्वारा उच्च रक्तचाप पर एक वैश्विक ब्यौरा के अनुसार हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप एक ऐसी स्थिति है जिसमें रक्त वाहिकाओं में लगातार दबाव बढ़ता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, विश्व स्तर पर हृदय रोग के कारण कम से कम 45 फीसदी मौतों और स्ट्रोक ( (मस्तिष्क को रक्त की आपूर्ति के रुकावट के कारण) के कारण 51 फीसदी मौतों के लिए हाइपरटेंशन जिम्मेदार है।

संपत्ति सूचकांक में, महिलाओं के लिए हाइपरटेंशन का प्रसार चार प्रतिशत अंक की वृद्धि हुई है, यानी सबसे कम (9 फीसदी) से उच्चतम (13 फीसदी) तक पहुंचा है और पुरुषों में सबसे कम (11 फीसदी) से सबसे ज्यादा (18 फीसदी) के बीच सात प्रतिशत अंक की वृद्धि हुई है।

वर्ष 1990 में हुई सभी मौतों में से 37.9 फीसदी मौत गैर-संक्रमणीय बीमारियों (एनसीडी) के कारण हुई है ( यानी भारत में हुई 10 में से चार मौतों का कारण ), जैसा कि इंडियास्पेंड ने 14 नवंबर, 2017 की रिपोर्ट में बताया है।

वर्ष 2016 तक, एनसीडी की हिस्सेदारी बढ़कर 61.8 फीसदी हुई है ( भारत में होने वाली 10 में से चार मौतों के कारण ) यानी वर्ष 1990 की तुलना में 23.9 प्रतिशत अंक की वृद्धि हुई है।

उच्च शिक्षा से महिलाओं में प्रसार कम

12 या ज्यादा वर्ष की स्कूली शिक्षा प्राप्त वाली महिलाओं में से मात्र 8 फीसदी (सबसे कम) में उच्च रक्तचाप का प्रसार देखा गया है, जबकि पांच वर्ष से कम की स्कूली शिक्षा प्राप्त महिलाओं में प्रसार की दर करीब दोगुनी, 14 फीसदी ( उच्चतम ) है।

12 वर्ष से अधिक और पांच साल से कम समय के लिए स्कूली शिक्षा प्राप्त वाले पुरुषों में प्रसार दर लगभग समान, 16 फीसदी और 18 फीसदी हैं।

शिक्षा स्तर के अनुसार हाइपर्टेंशन का प्रसार

Source: National Family Health Survey, 2015-16 (Page 391 & 393); Figures rounded off.

सिखों और सिक्किम के लोगों में हाइपरटेंशन का उच्च प्रसार

लगभग 24 फीसदी सिख पुरुषों और 16 फीसदी सिख और जैन महिलाओं में हाइपरटेंशन है, जो भारत के अन्य धार्मिक समूहों की तुलना में सबसे ज्यादा है।

धार्मिक समूहों के अनुसार हाइपर्टेंशन का प्रसार

सिक्किम में कम से कम 31 फीसदी पुरुषों और सिक्किम और असम में 18 फीसदी महिलाओं को हाइपरटेंशन है।

राज्य के अनुसार हाइपर्टेंशन का प्रसार

Source: National Family Health Survey, 2015-16 (Page 395-396); Figures rounded off.

महिलाओं और पुरुष, दोनों के लिए ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में शहरी क्षेत्रों में हाइपरटेंशन का उच्च प्रसार दर्ज किया गया है। महिलाओं और पुरुषों के लिए यह आंकड़े 12 फीसदी और 17 फीसदी हैं।

निवास अनुसार हाइपर्टेंशन का प्रसार

(पलियथ विश्लेषक हैं और इंडियास्पेंड के साथ जुड़े हैं।)

यह लेख मूलत: अंग्रेजी में 23 जनवरी, 2018 को indiaspend.com पर प्रकाशित हुआ है।

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