Party flags of Bharatiya Janta Party (BJP) and Shiv Sena are on dispaly during Lal Krishna Advani,NDA's Prime ministrial candidate address during an election rally in the western indian city of Mumbai on 6th March,2008

केंद्र सरकार में सत्तारूढ़ राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा ) ने वर्ष 2012-13 और 2015-16 के बीच सबसे ज्यादा कार्पोरेट दान प्राप्त किया है। यह जानकारी, एक संस्था ‘एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स’ (एडीआर) द्वारा कंपनियों और व्यापारिक घरानों से राष्ट्रीय पार्टियों को 20,000 रुपए से अधिक ज्ञात दान पर किए गए विश्लेषण में सामने आई है।

विश्लेषण के अनुसार, वर्ष 2012-13 और 2015-16 के बीच 2,987 कॉर्पोरेट दाताओं से भाजपा को 705.81 करोड़ रुपए का दान मिला है। दूसरे स्थान पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (आईएनसी) रही है। विश्लेषण के मुताबिक कांग्रेस को 167 कॉर्पोरेट दाताओं से 198.16 करोड़ रूपए का दान प्राप्त हुआ है।

एडीआर द्वारा विचारित राजनीतिक दलों में भाजपा, कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) या सीपीएम शामिल हैं। मायावती की अगुआई में बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) को इसमें शामिल नहीं किया गया है, क्योंकि पार्टी ने घोषित किया था कि वर्ष 2012-13 और वर्ष 2015-16 के बीच 20,000 रुपए से अधिक का कोई स्वैच्छिक योगदान नहीं मिला। कम से कम 1,933 दान से राष्ट्रीय पार्टियों को 384.04 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं, लेकिन इनके योगदान फार्म में पैन विवरण नहीं था।

हमने वर्ष 2012-13 और वर्ष 2015-16 के बीच भारत में राष्ट्रीय दलों के लिए कॉर्पोरेट दान को करीब से जानने के लिए 18 अगस्त 2017 को किए गए ट्वीट्स को यहां एकत्र किया है।

(मल्लापुर विश्लेषक हैं और इंडियास्पेंड के साथ जुड़े हैं।)

यह लेख मूलत: अंग्रेजी में 18 अगस्त 17 को indiaspend.com पर प्रकाशित हुआ है।

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